करीब 100 लाख मेट्रिक टन उपार्जन का अनुमान
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज यहां मंत्रालय में भावान्तर भुगतान योजना, मुख्यमंत्री उत्पादकता प्रोत्साहन योजना और गेंहू उपार्जन की तैयारियों की समीक्षा की। श्री चौहान ने गेंहू उपार्जन के लिए पर्याप्त संख्या में उपार्जन केन्द्र स्थापित करने, परिवहन और भंडारण की विशेष व्यवस्थाएं करने के निर्देश दिए।
बैठक में बताया गया कि इस बार करीब 100 लाख मीट्रिक टन गेंहू उपार्जन होने का अनुमान है। गेंहू का समर्थन मूल्य 1735 प्रति क्विंटल है। मुख्यमंत्री उत्पादकता प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत किसानों को 265 रुपये प्रति क्विंटल दिया जाएगा। उपार्जन 15 मार्च से शुरू होगा। अभी तक 15 लाख 27 हजार किसानों ने पंजीयन कराया है। बैठक में बताया गया कि वर्तमान में 181 लाख मीट्रिक टन भण्डारण क्षमता है। मुख्यमंत्री ने संभाग स्तर पर उपार्जन की तैयारियों की समीक्षा करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार नवाचारी योजनाओं की मदद से किसानों को उनकी उपज और मेहनत का वाजिब मूल्य देने के लिए प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री ने किसानों के पंजीयन और अनुमानित उत्पादन संबंधी ब्यौरा संधारण करने में पूरी पारदर्शिता रखने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि छोटे और मझोले किसानों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। किसानों के खातों में पैसे पहुंचने में किसी प्रकार की बाधा नही आना चाहिए। उनके खातों का समय पर सत्यापन करा लें।
मुख्य सचिव श्री बी.पी सिंह, कृषि उत्पादन आयुक्त श्री पी.सी. मीना, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री श्री अशोक बर्णवाल, प्रमुख सचिव कृषि श्री राजेश राजौरा, प्रमुख सचिव खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति श्रीमती नीलम शमी राव, प्रमुख सचिव सहकारिता श्री के.सी. गुप्ता, मंडी आयुक्त श्री फ़ैज़ अहमद किदवई एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।