गरीबों की संख्या के अनुपात में गरीबों के लिये होगा बजट
गरीबों के विरूद्ध दर्ज बिजली चोरी प्रकरण वापस होंगे
श्री चौहान द्वारा “सरल बिजली बिल” और “मुख्यमंत्री बकाया बिजली बिल माफी” योजना का शुभारंभ
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि राज्य सरकार ने अपने खजाने का मुँह गरीबों की ओर मोड़ दिया है। अब प्रदेश में गरीबों की संख्या है, के अनुपात में बजट का हिस्सा गरीबों के लिये दिया जायेगा। मध्यप्रदेश में गरीबों के कल्याण और न्याय की एक अनूठी और नयी क्रांति हो रही है, जिसे पूरा देश देख रहा है। श्री चौहान आज यहाँ मुख्यमंत्री जन-कल्याण (संबल) योजना में सरल बिजली बिल योजना और मुख्यमंत्री बकाया बिजली बिल माफी योजना के राज्य स्तरीय शुभारंभ समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कार्यक्रम में हितग्राहियों को बकाया बिजली बिल माफी के प्रमाण-पत्र भी वितरित किये।
गरीबों के विरूद्ध दर्ज बिजली चोरी प्रकरण वापस होंगे
मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीबों के विरूद्ध दर्ज बिजली चोरी और अवैध कनेक्शन आदि के प्रकरण वापिस लिये जायेंगे।
सरल बिजली बिल’ योजना
मुख्यमंत्री जन-कल्याण (संबल) योजना में पंजीकृत श्रमिक सरल बिजली योजना में पात्र होंगे। इन्हें नया विद्युत कनेक्शन लेने के लिये कोई प्रभार नहीं लगेगा। पात्र उपभोक्ताओं को 200 रूपये प्रतिमाह का बिजली बिल या इससे कम का बिजली बिल आने पर वास्तविक बिल की राशि ही जमा करानी होगी। एयर कंडीशनर, हीटर का उपयोग करने वाले उपभोक्ता तथा 1000 वॉट से अधिक संयोजित भार वाले उपभोक्ता इस योजना के पात्र नहीं होंगे। हितग्राहियों को जुलाई माह के बिल के अगस्त में भुगतान से योजना का लाभ मिलेगा।
गरीबों के 5000 करोड़ से ज्यादा के बिजली बिल माफ होंगे
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार में लोगों को बिजली नहीं मिलती थी। हमने पर्याप्त बिजली की व्यवस्था की है। गरीबों को बिजली के बिल की ज्यादा बकाया राशि परेशान करती थी। इसलिये राज्य सरकार ने तय किया है कि जुलाई और अगस्त माह में कैम्प लगाकर गरीब श्रमिकों के बिजली के बिल माफ किये जायें और उन्हें शून्य बिजली बिल के प्रमाण-पत्र दिये जायें। इसकी शुरूआत आज से पूरे प्रदेश में हो रही है। इसमें गरीबों के 5000 करोड़ से ज्यादा के बिल माफ किये जायेंगे। इसके बाद उन्हें हर माह 200 रूपये फ्लेट रेट से बिजली बिल दिये जायेंगे, जिसमें चार बल्ब, दो पंखे, एक कूलर और एक टी.वी. चलाया जा सकेगा। अभी जिन गरीबों के यहाँ बिजली के कनेक्शन नहीं हैं, उनके यहाँ नि:शुल्क बिजली कनेक्शन किये जायेंगे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि यह धरती भगवान ने सबके लिये बनाई है। संसाधनों पर सबका हक है, परन्तु कुछ लोग अमीर हो गये। उनके पास धन के अकूत भंडार हो गये। बाकी जनता गरीब रह गई और उसके लिये पेट भरना भी समस्या हो गई। राज्य सरकार ने गरीबों के कल्याण केलिये योजनाएँ बनाई हैं। स्वर्गीय पंडित दीनदयाल उपाध्याय कहते थे गरीबों की सेवा में ही परमात्मा के दर्शन होते हैं। राज्य सरकार गरीबों के लिये काम कर रही है। गरीबी हटाने के लिये जिनके पास धन हैं, उन पर टैक्स लगाकर धन लेना और गरीबों को सुविधा के लिये बाँट देने का रास्ता अपनाया गया है। मेहनत गरीब करें, खून-पसीना बहाएँ और उसका आनंद दूसरे लोग उठायें, यह ठीक नहीं है। गरीबों को पूरा हक और न्याय दिया जायेगा। जो भी मेहनत-मजदूरी करते हैं, किसी भी धर्म या जाति के हों, सब गरीब हैं। ढ़ाई एकड़ से कम भूमि वाला किसान भी गरीब है।
चार साल में गरीबों के लिये बनेंगे 40 लाख मकान
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि राज्य सरकार ने सब गरीबों को ताकत देने के लिये संबल योजना बनाई है। इस योजना में गरीबों को सभी सुविधाएं दी जायेंगी। राज्य सरकार ने गरीबों को एक रूपये किलो गेहूँ, चावल और नमक देने की योजना बनाई थी। अब मध्यप्रदेश की जमीन पर कोई गरीब बिना आवास के नहीं रहेगा। गरीबों को जमीन का पट्टा देकर जमीन का मालिक बनाया जायेगा। शहरों में गरीबों को मकान बनाकर दिये जायेंगे। पट्टे की जमीन पर चार साल के अंदर सभी गरीबों को पक्का मकान बनवाकर दिया जायेगा। अगले चार साल में गरीबों के लिये प्रदेश में 40 लाख मकान बनवाये जायेंगे और कोई गरीब बिना मकान के नहीं रहेगा।
गरीबों के बेटे-बेटी की फीस राज्य सरकार भरेगी
संबल योजना में गरीबों के बेटे-बेटियों की फीस राज्य सरकार भरवाएगी। बच्चे के जन्म पर श्रमिक बहनों को प्रसूति सहायता के रूप में बच्चे के जन्म के पहले 4000 और प्रसव के बाद 12,000 रूपये दिये जायेंगे। गरीब मजदूरों के नि:शुल्क इलाज की व्यवस्था होगी। मजदूर परिवार में 60 वर्ष से कम उम्र के सदस्य की मृत्यु पर दो लाख, दुर्घटना में मृत्यु होने पर चार लाख और अंत्येष्टि के लिये पाँच हजार रूपये सहायता के रूप में दिये जायेंगे। उन्होंने कहा कि संबल योजना में यदि गरीब मजदूर का पंजीयन रह गया है, तो वह तुरंत करायें।
गरीब किसी भी जाति या धर्म के हो, प्रेम से रहें
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जात-पांत के झगड़े बड़े लोग करते हैं। गरीब किसी भी जाति या धर्म के हों, प्रेम से रहें। जब सब गरीब एक साथ होंगे, तो गरीब की ताकत दुनिया देखेगी। प्रदेश में यह गरीबों को न्याय देने की क्रांति है। मध्यप्रदेश में गरीबों को उनका हक देने की क्रांति हो रही है। उन्होंने कहा कि सब गरीब साथ चलें और प्रदेश को बदलने तथा अपना भविष्य बेहतर बनाने का संकल्प लें।
मुख्यमंत्री जन-कल्याण (संबल) योजना में पंजीकृत श्रमिक एवं बीपीएल उपभोक्ता मुख्यमंत्री बकाया बिजली बिल योजना में पात्र होंगे। इस स्कीम में जून 2018 की स्थिति में पूर्ण मूल बकाया एवं सरचार्ज राशि की माफी होगी।
शून्य बिजली बिल योजना में लाभान्वित होंगे 81 लाख परिवार
‘मुख्यमंत्री बकाया बिजली बिल माफी’ योजना
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रतीक स्वरूप कुछ हितग्राहियों को शून्य बिजली बिल के प्रमाण-पत्र और उज्जवला योजना के हितग्राहियों को नि:शुल्क घरेलू गैस कनेक्शन के लाभ वितरित किये। ऊर्जा मंत्री श्री पारस जैन ने कहा कि शून्य बिजली बिल योजना में 5,200 करोड़ रूपये के बिजली के बकाया बिल माफ किये जा रहे हैं। योजना से करीब 81 लाख परिवार लाभान्वित होंगे। कार्यक्रम में पंचायत एंव ग्रामीण विकास मंत्री श्री गोपाल भार्गव, सहकारिता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री विश्वास सारंग, महापौर श्री आलोक शर्मा, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री मनमोहन नागर, सांसद श्री आलोक संजर, विधायक श्री रामेश्वर शर्मा और प्रमुख सचिव ऊर्जा श्री आई.सी.पी केसरी सहित बड़ी संख्या में अन्य अन्य जन-प्रतिनिधि और गरीब वर्ग के हितग्राही उपस्थित थे। समारोह के मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध संचालक डॉ. संजय गोयल ने आगन्तुकों का आभार प्रदर्शन किया।