किसान कल्याण मंत्री श्री बिसेन ने प्रशिक्षण अभियान का शुभारंभ किया
किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री श्री गौरीशंकर बिसेन ने कहा है कि प्रदेश में कृषि उत्पादन बढ़ाने की चुनौती को सरकार ने पूरा किया है। किसानों की उपज की बेहतर मार्केटिंग की व्यवस्था भी की जा रही है। उन्होंने कहा कि अब किसान उत्पाद समूहों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना जरूरी है। श्री बिसेन ने कहा कि इस कार्य में राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) प्रभावी भूमिका निभा सकते हैं। किसान कल्याण मंत्री श्री बिसेन आज यहाँ किसान उत्पाद समूह के प्रशिक्षण अभियान के शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर कृषि उत्पादन आयुक्त श्री पी.सी. मीना भी मौजूद थे।
किसान कल्याण मंत्री श्री बिसेन ने कहा कि कृषि उत्पादन के मामले में मध्यप्रदेश ने देश भर में विशिष्ट पहचान बनाई है। कृषि के क्षेत्र में मध्यप्रदेश को लगातार उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए कृषि-कर्मण अवार्ड मिले हैं। कृषि ऋण पर जीरो प्रतिशत दर की चर्चा करते हुए श्री बिसेन ने कहा कि किसानों को ऋण के साथ-साथ राज्य सरकार ने अनेक तरह की सुविधाएँ उपलब्ध करवाई हैं। मुख्यमंत्री कृषक समृद्धि योजना में किसानों को उनकी उपज का वाजिब दाम दिलाने के लिए आर्थिक सहायता भी दी गई है। किसान कल्याण मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश के वनवासियों की उपज की बेहतर मार्केटिंग के लिए भी प्रभावी व्यवस्था की हैं। श्री बिसेन ने प्रदेश में किसानों के श्रेष्ठ कृषि उत्पाद समूह को सम्मानित भी किया।
नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक श्री एस.के बंसल ने बताया कि आज 10 जिलों के किसानों को प्रशिक्षण दिया गया है। ये किसान 31 जुलाई से 31 अगस्त के बीच चयनित जिलों के किसान उत्पाद समूह के 50 हजार किसानों को प्रशिक्षण देंगे। प्रशिक्षण में देश की प्रतिष्ठित संस्था बैंकर्स इंस्टीट्यूट ऑफ रूरल डेवलपमेंट (बी.आई.आर.डी.) द्वारा भी प्रशिक्षण दिया जायेगा। श्री बंसल ने बताया कि प्रदेश में 160 किसान उत्पाद समूह काम कर रहे हैं। इसके अलावा 200 नये किसान उत्पाद समूह जल्द ही काम करना शुरू कर देंगे। आने वाले तीन साल में 5 हजार कृषि उत्पाद समूह को आर्थिक रूप से सशक्त बनाया जायेगा। इन समूहों से 5 लाख किसानों को जोड़ा जायेगा। कार्यक्रम का संचालन मुख्य महाप्रबंधक श्री डी.एस चौहान ने किया।