कौन जीतेगा रायसीना की रेस, अगला राष्ट्रपति बनने के लिए इन 5 नामों पर हो रही है चर्चा

भोपाल। राष्ट्रपति पद के चुनाव की तारीख़ जैसे-जैसे पास आ रही है, इस कुर्सी पर कौन काबिज़ होगा इस बात पर चर्चाओं का बाज़ार गर्म है। राष्ट्रपति पद के नॉमिनेशन की प्रक्रिया 14 जून से शुरू हो चुकी है और 28 जून के बाद नॉमिनेशन नहीं लिए जाएंगे। 17 जुलाई को वोटिंग होगी और 20 जुलाई को मतों की गिनती की जाएगी। 25 जुलाई 2012 को शुरू हुआ भारत के 13वें राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है। भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार और कांग्रेस के नेतृत्व वाला विपक्ष अपने उम्मीदवारों की तलाश में हैं।

हालांकि अभी तक राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए आधिकारिक रूप से किसी भी नाम की घोषणा नहीं की गई है लेकिन कुछ ऐसे नाम ज़रूर हैं जो चर्चा में हैं। मौजूदा व्यवस्था के तहत, यदि दोनों पक्ष एक उम्मीदवार के बारे में आम सहमति पर आते हैं तो चुनाव नहीं होंगे। एनडीटीवी के मुताबिक़, कांग्रेस चाहती है कि प्रणब मुखर्जी को ही दूसरे कार्यकाल के लिए राष्ट्रपति बनाया जाए लेकिन राष्ट्रपति मुखर्जी का कहना है कि वह इस बात के लिए तभी हामी भरेंगे जब केंद्र सरकार उनसे ऐसा करने के लिए कहेगी।

फिलहाल हम आपको ऐसे 5 नामों के बारे में बताते हैं जिनकी उम्मीदवारी पर इस वक़्त चर्चाओं का बाज़ार गर्म है।

सुषमा स्वराज

ख़बरों के मुताबिक़, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का नाम राष्ट्रपति पद के उम्मीदवारों की सूची में सबसे ऊपर है।sushma swaraj-president election india 2017

वह भाजपा की वरिष्ठ नेताओं में से एक हैं और लोकसभा में नेता विपक्ष भी रह चुकी हैं। उन्हें राष्ट्रपति पद का प्रबल दावेदार मानने का पहला कारण है कि उनका नामांकन विपक्षी एकता को आसानी से तोड़ देगा। विदेश मंत्री के तौर किए जा रहे उनके कामों की विपक्षी दल भी तारीफ करते हैं।

 

 

ई श्रीधरन

दिल्ली मेट्रो के पूर्व प्रमुख और ‘मेट्रो मैन’ के नाम से मशहूर ई श्रीधरन के नाम पर भी विचार किया जा सकता है। ई श्रीधरन भारत के एक प्रख्यात सिविल इंजीनियर हैं। भारत सरकार ने उन्हें 2001 में पद्म श्री तथा 2008 में पद्म विभूषण से भी सम्मानित किया। प्रधानमंत्री मोदी के साथ कोच्चि मेट्रो को हरी झंडी दिखाने के बाद उनके पर चर्चा हो शुरू हो चुकी है।

shridharan-president election india 2017
shridharan-president election india 2017

इंडिया टुडे द्वारा कराए गए एक सर्वे के मुताबिक़ तो उन्हें सबसे पसंदीदा राष्ट्रपति उम्मीदवार के रूप में चुना गया। इस सर्वे में लगभग 11 हजार लोगों ने भाग लिया था। जिसमें परिणाम यह निकल के सामने आया कि ज्यादातर लोग ‘मेट्रोमैन’ ई श्रीधरन भारत राष्ट्रपति बनना देखना चाहते हैं। सर्वे में सबसे आगे रहे ई. श्रीधरन को 39.51% वोट मिले तथा विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को 15.52 फीसद लोगों वोट किया है।

सुमित्रा महाजन

इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक़, 16वीं लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन को भी राष्ट्रपति पद का प्रबल दावेदार माना जा रहा है।

sumitra mahajan-president election india 2017
sumitra mahajan-president election india 2017

सुमित्रा महाजन का दावा देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद के लिए इसलिए भी मजबूत माना जा रहा है क्योंकि महिला होने के साथ ही उनकी छवि निर्विवाद है। इसके चलते उन्हें विपक्षी दलों का भी सहयोग मिल सकता है। चूंकि सांसद के रूप में उनका कार्यकाल काफी लंबा रहा है, इसलिए उनके पक्ष और विपक्ष के सभी सांसदों से मधुर संबंध हैं। मराठी होने के नाते उन्हें महाराष्ट्र से भी अच्छा समर्थन मिल सकता है। शरद पवार के नाम को आगे बढ़ा रही शिवसेना मराठी होने के नाते महाजन के नाम पर आसानी से सहमत हो सकती है।

 

 

लाल कृष्ण आडवाणी

LKAdvani-president election india 2017
LKAdvani-president election india 2017

भाजपा के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी को भी राष्ट्रपति पद का दावेदार माना जा रहा है। हालांकि बाबरी मस्जिद मामले में उन पर चल रहे केस से उनका नाम ठंडे बस्ते में जाना माना जा रहा है। ऐसा भी माना जा रहा है कि लाल कृष्ण आडवाणी की खिलाफत करने के लिए विपक्ष एकजुट हो सकता है। इंडिया टुडे द्वारा कराए गए सर्वे में राष्ट्रपति पद के लिए पसंदीदा उम्मीदवारों की लिस्ट में उनका नाम तीसरे स्थान पर है। 11 हज़ार लोगों पर कराए गए इस सर्वे में उन्हें 13.5 प्रतिशत वोट मिले हैं।

 

द्रौपदी मुर्मू

murmu-president election india 2017
murmu-president election india 2017

बेटर इंडिया की ख़बर के मुताबिक़, जिन लोगों का नाम भाजपा के राष्ट्रपति उम्मीदवार के तौर पर लिया जा रहा है उनमें झारखंड की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू का नाम सबसे आगे बताया जा रहा है। द्रौपदी मुर्मू मई 2016 में झारखंड की राज्यपाल बनाई गईं। वो राज्य की पहली महिला राज्यपाल हैं। साथ ही वो किसी भी भारतीय राज्य की राज्यपाल बनने वाली पहली आदिवासी हैं। यही कारण हैं जिनके आधार पर उनका नाम राष्ट्रपति पद की उम्मेदावारी में मज़बूत माना जा रहा है।

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