नर्मदा कछार के 24 जिलों में लगेंगे 2 दर्जन से ज्यादा किस्म के 6 करोड़ पौधे
मध्यप्रदेश आज पर्यावरण और नर्मदा नदी को बचाने के महा-अभियान का साक्षी बनेगा। प्रदेश में एक दिन में एक साथ 6 करोड़ 67 लाख 50 हजार पौधे
मध्यप्रदेश आज पर्यावरण और नर्मदा नदी को बचाने के महा-अभियान का साक्षी बनेगा। प्रदेश में एक दिन में एक साथ 6 करोड़ 67 लाख 50 हजार पौधे
लगाये जायेंगे। इसके लिये नर्मदा कछार के 24 जिलों को चिन्हांकित किया गया है।
लगभग 2 दर्जन से ज्यादा किस्म के पौधे लगाये जायेंगे। इनमें फलदार और छायादार किस्मों में आम, आँवला, नीम, पीपल, बरगद, महुआ, जामुन, खमेर, शीशम, कदम, बेल, अर्जुन, बबूल, बाँस, इमली, गूलर, खेर तथा कृषि वानिकी के अमरूद, संतरा, नींबू, कटहल, सीताफल, अनार, अचार, चीकू, बेर, मुनगा आदि के पौधों का रोपण कर गिनीज विश्व रिकार्ड बनाया जायेगा।
मुख्यमंत्री करेंगे चार जगहों पर पौध-रोपण मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान 2 जुलाई को 9 बजे अमरकंटक में वृक्षारोपण समारोह में शामिल होंगे। श्री चौहान दोपहर 12 बजे जबलपुर के लम्हेटाघाट में वृक्षारोपण कार्यक्रम में शामिल होंगे। इसके पश्चात दोपहर 1.30 बजे मुख्यमंत्री सीहोर जिले के छीपानेर में वृक्षारोपण कार्यक्रम में शामिल होंगे। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान शाम 3 बजे खण्डवा जिले के ओंकारेश्वर में वृक्षारोपण करेंगे। |
एक-दिवसीय पौध-रोपण के 6 करोड़ पौधों में से 3 करोड़ पौधे वन विभाग द्वारा तथा शेष 3 करोड़ पौधों की अन्य विभाग जैसे ग्रामीण विकास, कृषि, उद्यानिकी, जन-अभियान परिषद, नगरीय प्रशासन, स्कूल शिक्षा विभाग आदि द्वारा व्यवस्था की गयी है। वानिकी प्रजाति के आवश्यक पौधों की व्यवस्था वन विभाग एवं निजी रोपणियों से की गयी है। फलदार प्रजाति के पौधों की व्यवस्था प्रदेश की शासकीय, निजी रोपणियों एवं आवश्यकतानुसार अन्य राज्यों से की गयी है।दो जुलाई, 2017 को नर्मदा कैचमेन्ट के 24 जिलों में 667 लाख 50 हजार पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इनमें से अनुपपूर जिले में 10.50 लाख पौधे, डिण्डौरी में 33 लाख, मण्डला में 50 लाख, जबलपुर में 42 लाख, कटनी में 6 लाख, इन्दौर में 15 लाख, धार में 37 लाख, अलीराजपुर में 30 लाख, देवास में 45 लाख, सीहोर में 25 लाख, रायसेन में 35 लाख, होशंगाबाद में 55 लाख, हरदा में 46.50 लाख, बैतूल में 25 लाख, छिन्दवाड़ा में 16 लाख, सिवनी में 30 लाख, नरसिंहपुर में 50 लाख, खण्डवा में 35 लाख, बुरहानपुर में एक लाख, खरगोन में 48 लाख, बड़वानी में 25 लाख, दमोह में 2 लाख, सागर में 2 लाख और बालाघाट जिले में 3.50 लाख पौधे लगाये जायेंगे।
पौध-रोपण में अधिक से अधिक जन-भागीदारी के लिये शासन द्वारा ऑनलाइन पंजीयन की व्यवस्था की गयी है। www.namamidevinarmade.mp.gov.in वेबसाइट पर अब तक 6 लाख से अधिक लोग पौध-रोपण के लिये पंजीयन करवा चुके हैं। ऑफलाइन में 5 लाख से अधिक लोग पौध-रोपण में भाग लेने के लिये तैयार हैं। पौध-रोपण का कार्य सुबह 7 से शाम 7 बजे तक निर्धारित है। वृहद पौध-रोपण कार्य की पारदर्शिता को बनाये रखने के लिये जिलेवार एवं विभागवार रोपण के लक्ष्यों के विरुद्ध इस अवधि में समय-समय पर रोपित पौधों की जानकारी वन विभाग की वेबसाइट www.mpforest.org पर नर्मदा कछार में वृक्षारोपण 2 जुलाई, 2017 के लिंक पर आम जनता के लिये अपलोड करने की व्यवस्था की गयी है।
लगाये जायेंगे। इसके लिये नर्मदा कछार के 24 जिलों को चिन्हांकित किया गया है। लगभग 2 दर्जन से ज्यादा किस्म के पौधे लगाये जायेंगे। इनमें फलदार और छायादार किस्मों में आम, आँवला, नीम, पीपल, बरगद, महुआ, जामुन, खमेर, शीशम, कदम, बेल, अर्जुन, बबूल, बाँस, इमली, गूलर, खेर तथा कृषि वानिकी के अमरूद, संतरा, नींबू, कटहल, सीताफल, अनार, अचार, चीकू, बेर, मुनगा आदि के पौधों का रोपण कर गिनीज विश्व रिकार्ड बनाया जायेगा।
बनेगा गिनीज विश्व रिकार्ड एक दिवसीय पौध-रोपण में रोपित किये जाने वाले पौधों का गिनीज विश्व रिकार्ड बनाने के लिये आवश्यक तैयारियाँ की गई हैं। प्रत्येक रोपण स्थल में रोपित किये गये पौधों के सत्यापन के लिये आवश्यक संख्या में शासकीय अधिकारियों-कर्मचारियों को तैनात किया गया है एवं रोपित पौधों की फोटोग्राफी एवं वीडियोग्राफी की व्यवस्था की गई है। प्रत्येक रोपण स्थल में जीपीएस (लेटीटयूट एवं लांगीटयूट) रीडिंग लिये जा रहे हैं ताकि रोपण स्थलों को पहचाना जा सके। |
दो जुलाई, 2017 को नर्मदा कैचमेन्ट के 24 जिलों में 667 लाख 50 हजार पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इनमें से अनुपपूर जिले में 10.50 लाख पौधे, डिण्डौरी में 33 लाख, मण्डला में 50 लाख, जबलपुर में 42 लाख, कटनी में 6 लाख, इन्दौर में 15 लाख, धार में 37 लाख, अलीराजपुर में 30 लाख, देवास में 45 लाख, सीहोर में 25 लाख, रायसेन में 35 लाख, होशंगाबाद में 55 लाख, हरदा में 46.50 लाख, बैतूल में 25 लाख, छिन्दवाड़ा में 16 लाख, सिवनी में 30 लाख, नरसिंहपुर में 50 लाख, खण्डवा में 35 लाख, बुरहानपुर में एक लाख, खरगोन में 48 लाख, बड़वानी में 25 लाख, दमोह में 2 लाख, सागर में 2 लाख और बालाघाट जिले में 3.50 लाख पौधे लगाये जायेंगे।
एक-दिवसीय पौध-रोपण के 6 करोड़ पौधों में से 3 करोड़ पौधे वन विभाग द्वारा तथा शेष 3 करोड़ पौधों की अन्य विभाग जैसे ग्रामीण विकास, कृषि, उद्यानिकी, जन-अभियान परिषद, नगरीय प्रशासन, स्कूल शिक्षा विभाग आदि द्वारा व्यवस्था की गयी है। वानिकी प्रजाति के आवश्यक पौधों की व्यवस्था वन विभाग एवं निजी रोपणियों से की गयी है। फलदार प्रजाति के पौधों की व्यवस्था प्रदेश की शासकीय, निजी रोपणियों एवं आवश्यकतानुसार अन्य राज्यों से की गयी है।
पौध-रोपण में अधिक से अधिक जन-भागीदारी के लिये शासन द्वारा ऑनलाइन पंजीयन की व्यवस्था की गयी है। www.namamidevinarmade.mp.gov.in वेबसाइट पर अब तक 6 लाख से अधिक लोग पौध-रोपण के लिये पंजीयन करवा चुके हैं। ऑफलाइन में 5 लाख से अधिक लोग पौध-रोपण में भाग लेने के लिये तैयार हैं। पौध-रोपण का कार्य सुबह 7 से शाम 7 बजे तक निर्धारित है। वृहद पौध-रोपण कार्य की पारदर्शिता को बनाये रखने के लिये जिलेवार एवं विभागवार रोपण के लक्ष्यों के विरुद्ध इस अवधि में समय-समय पर रोपित पौधों की जानकारी वन विभाग की वेबसाइट www.mpforest.org पर नर्मदा कछार में वृक्षारोपण 2 जुलाई, 2017 के लिंक पर आम जनता के लिये अपलोड करने की व्यवस्था की गयी है।