दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना आयुष्मान भारत रविवार को झारखंड की राजधानी रांची से लॉन्च कर दी गई। सरकार के मुताबिक इस योजना से 10 करोड़ से ज्यादा परिवारों के 50 करोड़ लोगों को लाभ होगा। इस योजना का फायदा लेने के लिए आधार कार्ड अनिवार्य नहीं है। आधार कार्ड एक विकल्प के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है, सरकार ने इसे अनिवार्य नहीं किया है।
आयुष्मान भारत योजना के दिशानिर्देशों में स्पष्ट लिखा है कि आवेदन के दौरान किसी भी तरह का पहचान पत्र मान्य होगा। अगर किसी के पास आधार कार्ड नहीं है तो संबंधित राज्य सरकार किसी भी पहचान पत्र के जरिए उन्हें योजना का लाभ दे सकती है।
किस आधार पर मिलेगा फायदा
2011 के सामाजिक-आर्थिक और जाति जनगणना में गरीब के तौर पर चिह्नित किए गए सभी लोगों को पात्र माना गया है। मतलब अगर कोई शख्स 2011 के बाद गरीब हुआ है, तो वह कवर से वंचित हो जाएगा। बीमा कवर के लिए उम्र, परिवार के आकार को लेकर कोई बंदिश नहीं है। लाभार्थी सरकारी या निजी अस्पताल में हर साल 5 लाख रुपए तक का कैशलेस इलाज करा सकेंगे।
ऐसे करें जांच फायदा मिलेगा या नहीं
आयुष्मान भारत के लाभार्थियों में आपका नाम है या नहीं और आप इसका फायदा उठा सकते है या नहीं। इसकी जांच आप घर बैठे ही कर सकते हैं। इसके लिए आप 14555 टोल फ्री नंबर पर कॉल कर सकते हैं. या फिर आप ऑनलाइन भी चेक कर सकते हैं. इसके लिए आपको https://www.abnhpm.gov.in/ पर ‘AM I ELIGIBLE’ वाले विकल्प पर जाना होगा।
इन कागजात से उठा सकते हैं योजना का लाभ
इस योजना का फायदा उठाने के लिए आधार कार्ड अनिवार्य नहीं है। पहचान के लिए आधार कार्ड, मतदाता पहचान पत्र या राशन कार्ड आदि दिखा सकते हैं। एनएचए ने 14,000 आरोग्य मित्रों को अस्पतालों में तैनात किया है। इनके पास मरीजों की पहचान सत्यापित करने और उन्हें इलाज में मदद करने का काम है। पूछताछ और समाधान के लिए भी मरीज इन लोगों से संपर्क कर सकेंगे।