राज्य मंत्री श्री जोशी ने की विभागीय योजनाओं की समीक्षा
जिला रोजगार कार्यालयों का आधुनिकीकरण और उन्नयन कर इन्हें प्लेसमेंट सेंटर के रूप में विकसित किया जायेगा। पहले चरण में भोपाल, इंदौर, जबलपुर, रीवा, ग्वालियर, सागर, उज्जैन, होशंगाबाद, शहडोल, धार, खरगौन, देवास, सिंगरौली, सतना और कटनी कुल 15 जिलों के रोजगार कार्यालयों का आधुनिकीकरण किया जायेगा। आधुनिकीकरण पीपीपी मोड में होगा। तकनीकी शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार), स्कूल शिक्षा एवं श्रम राज्य मंत्री श्री दीपक जोशी ने कार्य जल्द पूरा करने के निर्देश दिये।
श्री जोशी ने मंत्रालय में प्रोजेक्ट का प्रेजेंटेशन देखा और जरूरत के अनुसार सभी स्वीकृतियाँ समय-सीमा में देने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जिस मद में जितना बजट है, उसका सदुपयोग करें। श्री जोशी ने कहा कि बजट लेप्स नहीं होना चाहिये। उन्होंने मुख्यमंत्री कौशल संवर्धन और कौशल्या योजना में प्रशिक्षण जल्द शुरू करने के निर्देश भी दिये।
बैठक में बताया गया कि प्लेसमेंट सेंटर में 2 काउंसिलिंग रूम, 2 इंटरव्यू रूम और एक कम्प्यूटर लैब भी रहेगी। स्थान की उपलब्धता के आधार पर इसमें परिवर्तन हो सकेगा। सेंटर में युवाओं को प्लेसमेंट से संबंधित तैयारी करवायी जायेगी। इन आधुनिक रोजगार कार्यालयों कम प्लेसमेंट सेंटर के माध्यम से 6 महीने में लगभग 25 हजार युवाओं को प्लेसमेंट देने का लक्ष्य है।
बैठक में मध्यप्रदेश रोजगार निर्माण बोर्ड के अध्यक्ष श्री हेमंत देशमुख, प्रमुख सचिव तकनीकी शिक्षा श्री संजय बंदोपाध्याय, संचालक कौशल विकास श्री संजीव सिंह एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।