मध्यप्रदेश के मंदसौर में किसान आंदोलन का जायजा लेकर दिल्ली लौटे योगेन्द्र यादव ने स्वामी अग्निवेश के साथ मंगलवार को पत्रकार वार्ता कर केन्द्र और मध्यप्रदेश सरकार को निशाने पर लिया। योगेन्द्र यादव ने कहा कि मंदसौर में किसानों क साथ हुई गोलीबारी की घटना पर दुख जताते हुए कहा कि वहां लोकतांत्रिक अधिकारों और मानव अधिकारों का हनन हो रहा है। देश के संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं।
यादव ने कहा कि रतलाम जिले के पुलिस एवं नागरिक प्रशासन ने हमें गैर कानूनी ढंग से मंदसौर के शहीद हुए किसानों की श्रद्धांजलि सभा में जाने से रोका। एक तरफ़ जहां किसानों को गोली मारने वाले खुलेआम घूम रहे हैं, वहीं उन्हें श्रद्धांजलि देने जा रहे, परिवार को ऐसे समय में साथ खड़े होने जा रहे लोगों पर कार्रवाई कर रही हैं।
यादव ने कहा कि जिस मध्यप्रदेश के मुलताई में 23 किसानों को कांग्रेस सरकार ने गोली मार दी थी, उसी प्रदेश में इस बार बीजेपी सरकार ने किसानों पर गोली चलाई है। यादव ने मांग किया कि भाजपा चुनावी घोषणापत्र में किये वादे के मुताबिक फसल की लागत मूल्य के 50% ऊपर किसानों को कीमत दे। किसानों के उत्पाद की बाजार में बिक्री सुनिश्चित की जाए।
मध्यप्रदेश के किसानों की एक बार ऋण माफी करके खेती को फायदेमंद बनाया जाए। प्रेसवार्ता में अपील की गई कि मध्यप्रदेश सरकार हाई कोर्ट न्यायाधीश की अध्यक्षता में जांच के लिए एक स्वतंत्र आयोग का गठन करे। 1 जून से 10 जून तक चले किसान आंदोलन के आलोक में जिन भी किसानों के ऊपर मुकदमे दर्ज किये, उन मुकदमों को वापस लिया जाए।