स्वास्थ्य मंत्री श्री रुस्तम सिंह की माता-पिता से अवसर का लाभ लेने की अपील
राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस 9 फरवरी को प्रदेश की शासकीय, अनुदान प्राप्त शालाओं, आदिवासी छात्रावासों, आश्रम शालाओं, निजी विद्यालय, केन्द्रीय विद्यालय, नवोदय विद्यालय, मदरसों और आंगनबाड़ी केन्द्रों पर एक से 19 वर्ष की आयु वाले 2 करोड़ 84 लाख 93 हजार 665 बच्चों को कृमि नाशक एल्बेण्डाजोल गोली दी जाएगी। छूटे हुए बच्चों को मॉप-अप दिवस 15 फरवरी को गोली दी जाएगी। एक से दो साल के बच्चों को आधी गोली (200 मिग्रा) और दो से 19 साल के बच्चों को एक गोली (400 मिग्रा) शिक्षक या आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ता की उपस्थिति में दी जाएगी।
लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री रुस्तम सिंह ने बच्चों के माता-पिता से अवसर का लाभ उठाने की अपील की है। स्वास्थ्य विभाग ने 51 जिलों में कार्यक्रम के व्यापक क्रियान्वयन के लिये स्कूल शिक्षा विभाग, आदिम जाति कल्याण विभाग एवं एकीकृत बाल विकास विभाग से समन्वय किया है। कृमि नाशक गोली प्रदेश की एक लाख 49 हजार 943 प्राथमिक, माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक शालाओं और 96 हजार 882 आंगनबाड़ी केन्द्रों में दी जाएगी।
श्री रुस्तम सिंह ने कहा है कि कृमि नाशन से स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति 25 प्रतिशत अधिक हो जाती है। पढ़ाई में एकाग्रता के साथ बच्चे खेल-कूद में भी अधिक सक्रिय होते हैं। इससे बच्चों का बेहतर मानसिक और शारीरिक विकास होता है। पेट में कीड़े नष्ट होने से सम्पूर्ण स्वास्थ्य और पोषण स्तर में वृद्धि के साथ एनीमिया की भी रोकथाम होती है।
दवा के साइड इफेक्ट काफी कम
उप संचालक डॉ. प्रज्ञा तिवारी ने बताया कि कृमि नाशक दवाई के साइड इफेक्ट काफी कम हैं। कृमि संक्रमण की अधिकता के कारण कुछ मामूली दुष्प्रभाव जैसे चक्कर आना, जी मिचलाना, सरदर्द, उल्टी-दस्त और थकान का अनुभव हो सकता है। पर कुछ ही देर में यह सब ठीक हो जाता है। स्कूलों एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों में एल्बेण्डाजोल गोली उपलब्ध रहेगी। मामूली प्रतिकूलता प्रबंधन के लिये आवश्यक दवाएं भी मौजूद रहेंगी। गंभीर प्रतिकूल लक्षण होने पर 108 वाहन की व्यवस्था होगी जिससे पीड़ित को तत्काल चिकित्सकीय उपचार प्रदान किया जा सके।
‘कृमि से छुटकारा सेहतमंद भविष्य हमारा’